प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 अक्टूबर 2025 को नवी मुंबई के नए अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन किया। यह सुविधा मुंबई को दो वैश्विक हवाई अड्डों वाला शहर बनाकर इतिहास रच रही है।

निर्माण और निवेश अडानी समूह ने 19,650 करोड़ रुपये की लागत से इस हवाई अड्डे का निर्माण पूरा किया। आधुनिक तकनीक और सुविधाओं से युक्त यह हवाई अड्डा यात्रियों को बेहतर अनुभव प्रदान करेगा।

क्षमता और विस्तार पहला टर्मिनल दिसंबर 2025 तक 20 मिलियन यात्रियों को संभालने के लिए तैयार होगा। दूसरा चरण 2029 तक 30 मिलियन अतिरिक्त यात्रियों की क्षमता के साथ शुरू होगा।

निर्माण की चुनौतियाँ 2022 में शुरू हुआ यह प्रोजेक्ट अब अपने पहले चरण में पूर्ण हो चुका है। पहाड़ों को समतल करने और नदियों के मार्ग बदलने जैसे जटिल कार्य इसके निर्माण में शामिल थे।

स्थान और महत्व नवी मुंबई में बना यह हवाई अड्डा सड़क और रेल मार्गों से मुंबई के साथ अच्छी तरह जुड़ा है। यह भारत के विमानन क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।

एयरलाइंस और भविष्य की योजनाएँ इंडिगो, एयर इंडिया और अकासा एयर जैसी एयरलाइंस जल्द ही यहाँ से उड़ानें शुरू करेंगी। यह हवाई अड्डा वैश्विक स्तर पर हीथ्रो और इंचियोन जैसे हवाई अड्डों से प्रतिस्पर्धा करेगा।